नीट पास युवाओं के लिए झटका! भर्ती संकट गहराया
आयुर्वेदिक चिकित्सा में करियर बनाने का सपना देख रहे नीट-यूजी पास छात्रों के लिए एक बड़ी चिंता की खबर सामने आई है। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर और गुरुकुल परिसर में बीएएमएस की सीटों में भारी कटौती की गई है। वहीं, तीसरे परिसर ऋषिकुल को लेकर अब भी मान्यता का इंतजार है।
📉 मुख्य और गुरुकुल परिसरों में घटाई गई सीटें
इस शैक्षणिक सत्र के लिए नेशनल कमिशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (NCISM) ने विवि के दो परिसरों को मान्यता तो दी है, लेकिन सीटों की संख्या में कटौती कर दी है।• मुख्य परिसर: पहले 75 सीटें होती थीं, अब केवल 43 पर अनुमति मिली है।
• गुरुकुल परिसर: 75 में से अब केवल 51 सीटों पर पढ़ाई की इजाज़त है।
गुरुकुल परिसर में पीजी की 15 सीटें यथावत रखी गई हैं, जबकि ऋषिकुल परिसर की मान्यता अभी लंबित है।
🏥 फैकल्टी और संसाधनों की भारी कमी
सीटों में इस कटौती का मुख्य कारण विवि में वर्षों से फैकल्टी और स्टाफ की भर्ती न होना बताया जा रहा है।• अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार घट रही है।
• लैब और दवाओं की व्यवस्था बेहद खराब है।
• पढ़ाई का स्तर भी गिरता जा रहा है, जिससे छात्रों में असंतोष बढ़ रहा है।
⛔ चार महीने से नहीं मिला वेतन, शिक्षकों का धरना जारी
पिछले चार महीनों से वेतन न मिलने के कारण आयुष फैकल्टी और कर्मचारी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।मंगलवार को फिर कार्य बहिष्कार और धरना देखने को मिला।
शासन से विवि को अब 13 के बजाय 7 बिंदुओं पर रिपोर्ट देने को कहा गया है, जिसके बाद ही बजट जारी होने की उम्मीद है।
📨 शासन से संवाद, समाधान की उम्मीद
संयुक्त सचिव महावीर सिंह ने विवि के कुलसचिव और वित्त नियंत्रक से विस्तार से डिटेल मांगी है।
वहीं प्रभारी कुलसचिव प्रो. ओपी सिंह ने तीनों परिसरों के निदेशकों से धरना न करने की अपील करते हुए कहा है कि शासन स्तर पर प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही समाधान संभव है।
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Source : Amar Ujala
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